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•।• नागरिक स्ट्रीट लाईट ख़राब होने कि सूचना कंट्रोल रूम में आकिब खान-9300053936, डी. एस. पारासर-7583894265 एवं स्मार्ट सिटी के ऋषि गोस्वामी - 7879487904, देवेंद्र विश्वकर्मा, उपयंत्री - 8823891021 दे सकते हैं . । • • ।• • • •• • • • • • ... ।

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न्यायालय आपके द्वार यानी कैम्प कोर्ट राजस्व विभाग की  एक अच्छी पहल है
 प्रशासन को जमीनी हकीकत से वाकिफ करने में ये कैंप कोर्ट बड़ी अहम् भूमिका अदा कर रहे हैं । इससे गांववासियों को भी काफी राहत मिलती है उन्हें अपने जमीन सम्बन्धी मामलों के समाधान के लिए जिला, तहसील या विकासखंड  मुख्यालय जाने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और आर्थिक बोझ भी बढ़ता है

यह बात किसी से छिपी नहीं है जब ग्राम वासी अपने जमीन,घर या खेत से जुड़े मामलों के समाधान के लिए शहर या तहसील आता है तो पटवारी से मुलाक़ात करने में ही उसके पसीने छूट जाते हैं। प्रशासन के आला अफसर भी यह मान चुके हैं कि पटवारी अपने क्षेत्र से भी नदारद रहता है और मुख्यालयों में कम ही नजर आता है| अफसर कह रहे हैं कि पटवारियों के अपने क्षेत्रों में नामौजूदगी के चलते प्रशासन का सूचना तंत्र कमजोर हो गया है|

इतना ही नहीं हर हफ्ते लगातार चलने वाली बैठकों-विडियो  कॉन्फ़्रेंसिंग के चलते आला अधिकारीयों से मुलाक़ात करना मुश्किल होता है ऐसे में उनका आना-जाना  व्यर्थ जाता है पैसा खर्च होता है और जो मानसिक तनाव होता है सो वह अलग

Sagar Watch News/ कलेक्टर संदीप जी आर ने जिले के राजस्व अधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए थे कि वह कैंप कोर्ट अर्थात न्यायालय आपके द्वार के माध्यम से प्रकरणों को हल करेंगे।  

कैंप कोर्ट के माध्यम से गांव-गांव शिविर लगाकर प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा। इसी परिप्रेक्ष्य में बुधवार को  राजस्व महाअभियान 3.0 के अंतर्गत समस्याओं के निवारण के लिए तहसील बीना एरन में न्यायालय आपके द्वार (CAMP COURT) लगाया गया और इसके अतिरिक्त ग्राम पहरगवां तहसील बांदरी में भू-अर्जन कैंप शिविर (Land Acquisition) लगाया गया जिसका निरीक्षण मालथौन एसडीएम द्वारा किया गया।

कलेक्टर ने कहा कि नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन जैसे मूल कार्य 30 दिवस से अधिक लंबित न रहे। जैसे ही राजस्व अधिकारियों के समक्ष प्रकरण आए, उसे चिन्हित कर त्वरित रूप से आवश्यक कार्रवाई की जाए।

ग्रामवासियों की समस्या का समाधान तहसील/विकास खंड तथा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के स्तर से होना होता है।  तहसील विकासखंड एवं अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के स्तर पर आमजन को सुने एवं अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण करे एवं आम जनता की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से किया जाए।  

पटवारी भी अपने क्षेत्र या अपनी तहसील में निवास नहीं कर रहे हैं। इस कारण राजस्व विभाग का सूचना तंत्र कमजोर हो रहा है तथा क्षेत्र की महत्वपूर्ण सूचनाएं राजस्व अधिकारियों के माध्यम से प्राप्त न होकर अन्य माध्यमों से प्राप्त होती है।

जन सुविधा एवं लोकहित को दृष्टिगत रखते हुए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) हेतु न्यायालय एवं शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में राजस्व अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं जनपद स्तरीय अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे तथा प्राप्त समस्याओं का निराकरण करेंगे। 

तहसीलदार, नायब तहसीलदार नामांतरण, बंटवारा, अतिक्रमण संबंधित प्रकरणों में सुनवाई कर निराकरण करेंगे। शिविर स्थल पर फर्नीचर आदि की व्यवस्था मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा की जा रही है।

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जिले में ऐसे मामले विरले ही होंगे जिसमें शिक्षण कार्य में लापरवाही, कामचोरी और चालबाजी जैसे लगने वाले कामों के लिए मास्साबों को दण्डित किया गया
उन्हें न केवल विभागीय स्तर पर निलंबन की सजा मिली बल्कि उनके खिलाफ थानों में मामले भी दर्ज कराये गए। मास्साबों की कथित कारगुजारियों भी क्षम्य नजर नहीं आतीं हैं। जो मास्साब खुद छल-फरेब करते नजर आते हों वो भला किस मुंह से बच्चों को नैतिकता की क्या सीख देते होंगे । 

एक ज़माने में शिक्षक बनना लोगों का जूनून होता था। वे तमाम कठिनाइयों को झेलते हुए भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देते थे और खुद भी नैतिक जीवन जीकर मिसाल पेश करते थे। लेकिंन अब  शिक्षक बनना घर परिवार चलने का महज एक जरिया और नौकरी बन कर रह गयी है। ये तो एक ही मामला हैं ढूँढने पर ऐसे कई महानुभाव अभी भी शिक्षकों की बिरादरी को लज्जित करने में लगे होंगे । देखते हैं उनका नंबर कब आता है

Sagar Watch News/ दैनिक स्थानीय समाचार पत्र में प्रकशित खबर के आधार पर मालथौन विकासखंड शिक्षा अधिकारी जी पी अहिरवार एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक   विजय सींग ठाकुर ने शासकीय प्रा.शाला मझेरा का निरीक्षण किया जिसमें विद्यालय के छात्रों एवं ग्राम वासियों ने बताया कि   इन्द्रविक्रम सींग परमार स्कूल बहुत कम आते है उनके स्थान पर   ममता अहिरवार पढाने आती है। 

इसी प्रकार शासकीय एकीकृति माध्यामिक शाला भैलैया में पदस्थ  रूप सिंह चढार प्राथमिक  शिक्षक के स्थान पर विक्रम सिंह  लोधी के पढ़ाने आते है। इसी प्रकार जैसी नगर के शासकीय प्राथमिक शाला रहली के शिक्षक अनिल मिश्रा, शासकीय  एकीकृत माध्यमिक शाला बंजरिया की शिक्षिका जानकी तिवारी एवं भगवानदास सकबार, गोकुल प्रजापति है। 

जनशिक्षक - स्कूल शिक्षा विभाग भोपाल के समय समय पर जारी दिशा निर्देश अनुसार मालथौन विकासखंड के जनशिक्षक जगभन अहिरवार, जैसीनगर जनपद शिक्षा केन्द्र के हरिशंकर लोधी एवं भोलाराम अहिरवार को अपने शिक्षक केन्द्र में आने वाली समस्त प्राथमिक  माध्यामिक  शालाओं की 15 दिवस में निगरानी/निरीक्षण तथा दायित्वो के निर्वाहन में घोर लापरवाही बरतने तथा स्वैच्छाचारिता सहभागिता परिलक्षित  होती है। उक्त कृत अपराधिक एवं स्वैच्छाचारिता गंभीर कदाचरण होने के फलस्वरूप म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1966 के नियम का उल्लंघन है।

उक्त प्रकरण में थाना मालथौन के अंतर्गत 
रूप सिंह चढ़ार, 
इंद्र विक्रम सिंह, 
जगभान अहिरवार 
थाना जैसीनगर के अंतर्गत 
हरिशंकर लोधी, 
अनिल मिश्रा, 
जानकी तिवारी, 
भगवानदास सकवार, 
गोकुल प्रजापति तथा 
थाना खुरई के अंतर्गत 
अवतार सिंह ठाकुर, 
भोलाराम अहिरवार 
के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(18) एवं अन्य धाराओं के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया  

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 बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज को संपूर्ण और ठीक तरीके से विकसित करने के लिए लगभग 200 एकड़ क्षेत्र में नये सिरे से निर्मित किया जाना चाहिए। वर्तमान स्थल पर बीएमसी के विकास के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।  ऐसे में जिला अस्पताल का परिसर बीएमसी को दिये जाने के बाद भी मेडिकल कॉलेज को ठीक तरह से विकसित नहीं किया जा सकता।

यह सुझाव सागर की प्रथम नागरिक महापौर संगीता तिवारी ने मीडिया को जारी अपने एक बयान के जरिये दिया। महापौर ने कहा इस संबंध में माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, उपमुख्यमंत्री और सागर के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्लाजी से भी पिछले प्रवास के दौरान चर्चा की थी।

उनका कहना है कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त 300 करोड़ रुपये की राशि पिछले तीन वर्ष से रखी है उसका मेडिकल कॉलेज के विकास के लिए कोई उपयोग नहीं हो पाया। उसका उपयोग भी नई जगह पर ही हो। 

मेडिकल कॉलेज की वर्तमान जगह को पीपीपी मोड पर प्राइवेट संस्थान को दे दी जाये तो वह उस परिसर को निजी उपयोग के लिए ठीक से विकसित कर देगा साथ ही नये परिसर में बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज को भी तैयार किया जा सकेगा। 

जिला अस्पताल सागर यानी तिली अस्पताल की अपनी एक पहचान है। जिले के प्रत्येक व्यक्ति के लिए यहां इलाज सुलभ है। उनकी पहुंच में यह स्थान है। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल का मर्जर बिल्कुल गलत है। 

इसी सिलसिलें में उन्होंने जिला अस्पताल के बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय में वलय के मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि  यह काम पूर्व में भी किया जा चुका है, जिसके दुष्परिणाम सामने आने के बाद मर्जर समाप्त करना पड़ा। ऐसी ही स्थिति दोबारा न बने, लोग परेशान न हों इसलिए जिला अस्पताल को यथावत रखा जाये और मेडिकल कॉलेज का विस्तार नये सिरे से नई जगह पर किया जाये। 

बेहतर यही है कि जिला चिकित्सालय तिली को वर्तमान परिसर में ही और अधिक सुविधायुक्त बनाया जाये तथा मेडिकल कॉलेज के लिए नये परिसर की तलाश कर एक ही कैंपस में चिकित्सा सेवा संबंधी सभी संकाय संचालित करने की व्यवस्था की जाये। 

साथ ही उन्हें यह भी बताया था कि जनभावनाएं मर्जर के खिलाफ हैं। जल्दी ही नगर निगम के पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ इसी मांग को लेकर हम एक बार फिर से माननीय उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी से भी मिलेंगे।

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डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक   डॉ. सर हरीसिंह गौर के 155वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में  20 नवंबर से 26 नवंबर तक ‘गौर उत्सव’ 2024 का आयोजन किया जा रहा है। 

गौर उत्सव की शुरुआत शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित टी 20मैत्री क्रिकेट मैच से होगी। यह प्रतियोगिताएँ विश्वविद्यालय के अब्दुल गनी खान स्टेडियम में प्रारंभ होगी।

लेकिंन इस आयोजन के सबसे खास  पेशकश स्वदेशी  पारम्परिक खेल प्रतियोगिताएँ होंगीं।  जिसके तहत कबड्डी, रस्साकशी और पिठ्ठू खेलों के मुकाबले होंगे। ये मुकाबले 21  से 23 नवम्बर तक आयोजित होंगे। 


टी-20 मैत्रीपूर्ण क्रिकेट टूर्नामेंट (लेदर बॉल) 20 से 23 नवंबर सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी। 

इसमें भाग लेने वाली टीमों के नाम इस प्रकार है। 

 1. संबद्ध महाविद्यालय

2. पत्रकार एकादश

3. अधिवक्ता एकादश

4. विश्वविद्यालय एकादश ए 

5. विश्वविद्यालय एकादश बी 

6. एमपीईबी एकादश 

7. स्कूल शिक्षा एकादश

8. जिला प्रशासन एकादश 

20.11.2024 - मैच नंबर 1 - सुबह 09:30 बजे

संबद्ध महाविद्यालय बनाम विश्वविद्यालय एकादश ए 

20.11.2024 - मैच नंबर  2 - 01:30 PM - 

पत्रकार एकादश v/s यूनिवर्सिटी एकादश बी 

21.11.2024 – मैच नं. 3 - 09:30 AM -

 एडवोकेट एकादश v/s एम पी ई बी एकादश 

21.11.2024 – मैच नं. 4 - 01:30 PM - 

स्कूल शिक्षा v/s जिला प्रशासन एकादश 

22.11.2024 – सेमीफाइनल 1 - 09:30 AM - मैच 1 का विजेता v/s मैच 2 का विजेता 

22.11.2024 – सेमीफाइनल 2 - 01:30 PM - मैच 3 का विजेता v/s मैच 4 का विजेता 

23.11.2024 – फाइनल - 09:30 AM - सेमीफाइनल 1 का विजेता v/s सेमीफाइनल 2 का विजेता के बीच होगा। 


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नाला बंधन झील की सफाई का अहम हिस्सा है  इसके माध्यम से झील में आने वाले गंदे पानी को उपचारित कर वृक्षारोपण  और सिंचाई में इस्तेमाल किया जाएगा। इससे झील का स्वच्छ पानी संरक्षित रहेगा और जल स्तर में सुधार होगा।

यह विचार नगर विधायक  शैलेन्द्र जैन ने मंगलवार को सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कार्यालय में  स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान कही । उन्होंने लाखा बंजारा झील के अधूरे कार्यों पर चर्चा की और अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र (Waste Water Treatment Plant-WWTP) का पूर्व-परीक्षण  और संचालन जल्द शुरू करने को कहा। 

विधायक ने अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र (Waste Water Treatment Plant-WWTP) के संचालन से मिलने वाले उपचारित  पानी का उपयोग शहर की बागानों और पौधों की सिंचाई में करने पर जोर दिया। साथ ही, मोंगा क्षेत्र में गंदगी कम करने और अतिरिक्त उपचारित  पानी के पुनः उपयोग की योजना बनाने को कहा। उन्होंने पाइपलाइन में कचरा जाने से रोकने के लिए नालियों में छनने   लगाने और पाइपलाइन की नियमित सफाई के निर्देश दिए।

उन्होंने झील के घाटों पर बुजुर्गों और बच्चों की सुविधा के लिए छोटी सीढियां  बनाने का सुझाव दिया। इसके अलावा, स्मार्ट सिटी की निर्माणाधीन परियोजनाओं जैसे अग्निशमन स्थल , एसएमसी बिल्डिंग और परिवहन  नगर के शेष कार्यों को जल्द पूरा करने पर जोर दिया।

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यह सही है कि शहर के यातायात को नियमित करने में 
चतुर यातायात प्रबंधन तंत्र अहम् भूमिका निभा रहा है। जो वाहन चालक इस तंत्र की नजर में नियमों का उल्लंघन करते चिन्हित किये गए हैं और उनके ई-चालानों का भुगतान बकाया है अब उनकी मुश्किलें बढ़ने वालीं हैं। पर चतुर यातायात तंत्र की क्षमताओं पर कई सवाल भी उठ रहे हैं। 

लोगों का कहना है की बिना नंबर प्लेट, आधे-अधूरे नंबर वाली और आड़े-टेढ़े अंदाज़ में नंबर लिखे नंबरों वालीं प्लेटों  के वाहनों पर कोई कार्रवाई करने में इस तंत्र कि चतुराई नहीं चल पा रही है। वे बेख़ौफ़ यातायात के नियमों का उल्लंघन कर दौड़ते रहते हैं। तेज कानफोडू आवाज वाले साइलेंसर  वाले वाहन भी पकड़ में नहीं आ रहे हैं। इनको पकड़ने में  यातायात का यह  चतुर तंत्र फिसड्डी साबित हो रहा है । क्या वाहन पर सही नंबर प्लेट लगाने वाले ही हरदम ई-चालान भरते रहेंगे?  

Sagar Watch News/ यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पांच या पांच से अधिक ई-चालान जिन वाहनों पर जनरेट किये गये हैं उन वाहनों की जब्ती की कार्यवाही करें। उक्त निर्देश कलेक्टर संदीप जी. आर. ने दिये हैं। सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के चतुर यातायात प्रबंधन तंत्र  (Intelligent Traffic Management System) द्वारा शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सतत निगरानी  (Monitoring) की जा रही है। 

शहर में दो-पहिया वाहनों पर बिना हेलमेट,तीन सवारी और रेड लाईट का उल्लंघन जैसे यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर चतुर यातायात प्रबंधन तंत्र  (ITMS- Intelligent Traffic Management System) के अंतर्गत चौराहों पर लगे अत्याधुनिक आरएलवीडी कैमरों, ऐएनपीआर कैमरों की मदद से ई-चालान की कार्यवाही की गई है। 

इन  ई-चालान (E-Challan) की सूचना संबंधित वाहन मालिकों के पास सन्देश, ऑनलाइन माध्यम से दी गई और दूरभाष  के जरिये  भी चालान जमा करने हेतु सूचित किया गया। लेकिन  वाहन चालकों द्वारा चालान न भरने के साथ ही बार-बार यातायात नियमों का उल्लंघन किया गया है,जिसके कारण एक वाहन पर कई ई-चालान (E-Challan) लंबित पड़े हैं।

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435 वाहन मालिकों के 5 चालान सहित इससे अधिक चालान वाले 997 वाहन मालिकों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश कलेक्टर एवं सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अध्यक्ष संदीप जी. आर. ने पुलिस विभाग को दिये। ई-चालान (E-Challan) जारी  होने के तत्काल सूचना मिलने से 15 दिन के अंदर चालान की जुर्माना राशि ऑनलाइन (Online) या यातायात थाने के माध्यम से जमा की जाती है। 

ऐसे सभी वाहन जिन पर ई-चालान (E-Challan) का भुगतान बाकी है उनके प्रकरण (Virtual-Court) के माध्यम से माननीय न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत किये गये हैं। कलेक्टर ने ऐसे  सभी लापरवाह वाहन चालकों द्वारा ई-चालान(E-Challan) का भुगतान न करने पर वाहनों की जब्ती के साथ ही सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं। निर्देशानुसार 5 और 5 से अधिक चालान वाले कुल 997 वाहन मालिकों पर वाहन जब्ती के साथ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। 

आपके वाहन की जब्ती  कार्यवाही न हो इसके लिए नागरिक अपने वाहनों पर ई-चालान की जानकारी वेबसाइट एवं व्हीकोर्ट  पर ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर भुगतान कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए वाहन मालिक थाना यातायात कटरा बाजार या सिविल लाईन स्थित कार्यालय में उपस्थित होकर अपने प्रकरण का निराकरण करायें अन्यथा की स्थिति में वाहन जब्ती की कार्यवाही की जायेगी।

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दिव्यांगों की समस्याओं को हल करने के प्रति जिला कलेक्टर ज्यादा रूचि दिखा रहे हैं। उन्होंने सभी विभागों और सार्वजनिक स्थानों को दिव्यांग मित्र बनाने के लिए कहा है। साथ ही दिव्यांगों कि समस्याओं को तय समय में हल करने के भी निर्देश दिए हैं। इससे यह उम्मीद जगती हैं की दिव्यांगों को अपनी समस्या के निराकरण के लिए बार-बार कलेक्ट्रेट के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। 

लेकिंन दिव्यांगों के प्रति संवेदनशील कलेक्टर महोदय इस और भी ध्यान दें कि दिव्यांगों को कलेक्ट्रेट आना ही न पड़े वो जहां रहते हैं उसी तहसील, विकासखंड या गाँव में उनकी समस्याएँ हल हो जाएँ। जाहिर इसके लिए उन्हें कुछ ऐसा करना होगा ताकि उनके जैसी संवेदनशीलता उनके अधीनस्थों में भी जग जाए।

Sagar Watch News/ कलेक्टर संदीप जी.आर. दिव्यांगों के प्रति  संवेदनशील कार्यशैली अपनाने की ओर रुझान दिखाते लग रहे हैं। शासकीय कार्यालय, अन्य सार्वजनिक स्थानों को दिव्यांग मित्र (Disable Friendly) बनाने के लिए कहा है। 

अब जनसुनवाई स्थल , यानी कलेक्ट्रेट में भी दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जनसुनवाई स्थल पर किसी दिव्यांग के पहुंचने पर उन्हें सुलभ स्थान पर चलित कुर्सी (Wheelchair) उपलब्ध है साथ ही सहायक के साथ उन्हें एक पृथक कक्ष तक ले जाया जाता है।

कलेक्टर  संदीप जी आर के निर्देश पर जनसुनवाई में आने वाले दिव्यांगों   के लिए एक अलग कक्ष बनाया गया है, जहां वो  स्वयं पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं तथा संबंधित अधिकारी/ विभाग को तत्काल उस पर कार्यवाही करने के निर्देश देते हैं। 

इसके साथ ही वे इन प्रकरणों तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को समय सीमा के रूप में चिन्हित  भी करते हैं, जिससे कि संबंधित का प्रकरण समय सीमा के अंदर शीघ्र हल किया जा सके। मंगलवार को भी करीब 11 विभिन्न दिव्यांग व्यक्ति जनसुनवाई स्थल पहुंचे।

अब जनसुनवाई स्थल पर भी बनेंगे आधार कार्ड 

कलेक्टर के निर्देश पर अब जनसुनवाई स्थल पर भी आधार कार्ड बन सकेंगे। अगले मंगलवार से यह सुविधा शुरू की जा रही है। कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने बताया कि प्रायः जनसुनवाई स्थल पर आधार से संबंधित शिकायतों को लेकर कई व्यक्ति आते हैं, जिनकी समस्या हल करने के लिए मौके पर ही अब टीम मौजूद रहेगी जो समस्या हल करने के साथ-साथ नए आधार बनाने का भी कार्य करेगी। 

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😝अब तक लोगों ने मास्साबों द्वारा विद्यार्थियों को सजा देने की ख़बरें तो खूब पढीं होंगी लेकिन यह खबर मास्साबों को सजा मिलने की कहानी कह रही है। मप्र के सागर जिले  में मास्साबों ने अलग ही  गोरख धंधा चला रखा है।  वे खुद की जगह भाड़े पर लोगों को रख कर स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई करा रहे हैं। 

 देश के भविष्य का नाश करने पर  तुले  इन मास्साबों की कारगुजारी सामने आने पर कलेक्टर साहब भी सन्न रह गए।  फिर उन्होंने ने इन कामचोर और हथकंडे बाज शिक्षकों को सबक सिखाने के ऐसा कदम उठाया की पूरे शिक्षा महकमे में हडकंप मच गया।😳 

Sagar Watch News/ सागर दैनिक समाचार पत्र की खबर " भाड़े के शिक्षकों से स्टाफ को भी आराम इसलिए नहीं करते कार्रवाई " की खबर की बाद कलेक्टर संदीप जी आर  ने लापरवाही करने वाले अधिकारियों,शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी संकुल प्राचार्य को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए तीन जन शिक्षक ,पांच शिक्षकों कुल आठ को निलंबित किया है। 

कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही करने वालों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

जिला कलेक्टर ने बताया कि दैनिक समाचार पत्र की खबर के बाद यह कार्रवाई की गई है और जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वह प्रति दिन विद्यालयों का निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

दिनांक 18 नवंबर को एक स्थानीय समाचार पत्र में प्रकाशित खबर "भाड़े के शिक्षक से संस्था में बच्चों को पढ़वाया जा रहा है।" शीर्षक के संबंध में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक मालथौन द्वारा  माध्य. शाला भेलैंया एवं प्राथमिक शाला मझेरा का आकस्मिक निरीक्षण किया गया एवं संयुक्त जांच कार्रवाई कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया ।

प्रस्तुत प्रतिवेदन के अनुसार निरीक्षण के दौरान पदस्थ अन्य शिक्षकों एवं छात्रों एवं अभिभावकों द्वारा अवगत कराया गया कि रूप सिंह चढ़ार, प्राथमिक शिक्षक शाला भेलैंया में नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते, उनके स्थान पर श्री विक्रम सिंह लोधी(किराए के शिक्षक) संस्था में शैक्षणिक कार्य कराया जा रहा हैं। रूप सिंह चढ़ार द्वारा  विक्रम सिंह लोधी को प्रति माह राशि रूपये 3000 मान से वेतन के रूप में देने की पुष्टी होना प्रतीत होती है ।

इसी प्रकार इंद्र विक्रम सिंह परमार, प्राथमिक शिक्षक शाला मझेरा विकासखंड मालथौन में नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते, उनके स्थान पर श्रीमती ममता अहिरवार (किराए के शिक्षक) से  संस्था में शैक्षणिक कार्य कराया जा रहा हैं। श्री इंद्र विक्रम सिंह परमार द्वारा श्रीमती ममता अहिरवार को प्रति माह राशि रूपये 3000 मान से वेतन के रूप में देने की पुष्टी होना प्रतीत होती है ।

इसी प्रकार विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक जनपद शिक्षा केंद्र जैसीनगर के द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के अनुसार शासकीय प्राथमिक शाला रहली बंद पाई गई सभी बच्चे शाला परिसर में पाए गए संस्था में उपस्थित छात्रों द्वारा बताया गया कि  अनिल मिश्रा प्राथमिक शिक्षक शाला में सप्ताह में एक बार उपस्थित होते हैं एवं उनके स्थान पर संस्था में श्री भगवानदास सकवार (किराए के शिक्षक)  पढ़ाने  आते हैं।

 इसी प्रकार निरीक्षण के दौरान एकीकृत माध्यमिक शाला बंजरिया विकासखंड जैसीनगर का निरीक्षण किया गया  निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जानकी तिवारी प्राथमिक शिक्षक जो प्राथमिक शाला घानामाफी में पदस्थ हैं शैक्षणिक व्यवस्था अंतर्गत एकीकृत माध्यमिक शाला बंजरिया में कार्यरत हैं उनकी जगह गोकुल प्रजापति किराए पर शैक्षणिक कार्य करते हैं।

इसी प्रकार विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी खुरई  द्वारा  शासकीय प्राथमिक शाला कजरई विकासखंड खुरई का आकस्मिक निरीक्षण किया गया एवं संयुक्त जांच कार्रवाई कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। 

प्रस्तुत प्रतिवेदन के अनुसार संख्या में पदस्थ शिक्षा श्री अवतार सिंह ठाकुर प्राथमिक शाला कजरई विकासखंड खुरई अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह एवं अनियमित हैं इन्होंने अपने स्थान पर एक अन्य शिक्षक श्री राहुल पंडित को किराए पर शैक्षणिक कार्य हेतु लगाया हुआ है। 

समाचार पत्र के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित खबर की पुष्टी जांच प्रतिवेदन के अनुसार श्री रूप सिंह चढ़ार एवं श्री इंद्र विक्रम सिंह परमार, श्री अनिल मिश्रा, श्रीमती जानकी तिवारी, श्री अवतार सिंह ठाकुर प्रथम दृष्टतया दोषी हैं।


उपरोक्त का उक्त कृत्य आपराधिक एवं स्वैच्छाचारिता, गंभीर कदाचरण होने के फलस्वरूप म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1966 का उल्लंघन है।

  • रूप सिंह चढ़ार एवं 
  • इंद्र विक्रम सिंह परमार, 

  • अनिल मिश्रा,  
  • जानकी तिवारी, 

  • अवतार सिंह ठाकुर 

को म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966  के तहत निलंबित किया गया।

जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद जैन ने बताया कि उक्त निलंबित शिक्षकों के खिलाफ पुलिस एफआईआर भी की जा रही है।

तीन जन शिक्षकों में जनपद शिक्षा केंद्र खुरई के प्रभारी जन शिक्षक भोलाराम अहिरवार, जैसीनगर विकासखंड के जनपद शिक्षा केंद्र के जनशिक्षक श्री हरिशंकर लोधी एवं  माल्थोन के जनपद शिक्षण केंद्र जगभान अहिरवार के द्वारा मॉनिटरिंग निरीक्षण न किए जाने तथा अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने पर  संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सागर संभाग डॉक्टर मनीष वर्मा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया । 

शिक्षा विभाग के द्वारा विकासखंड शिक्षा अधिकारियों  एवं संकुल प्राचार्य को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया उनमें  

  • राम सेवक शर्मा प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी खुरई, 
  • दिनेश गुप्ता संकुल केंद्र प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय माल्थोन, 
  • जी एस अहिरवार प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी जैसीनगर एवं संकुल केंद्र प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलहरा, 
  • जीपी अहिरवार प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी मालथौन एवं 
  • एच एन जिझौतिया संकुल केंद्र प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक ललिता शास्त्री खुरई विकासखंड खुरई शामिल हैं।