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जिले में पहली बार पुस्तक मेले का समापन हुआ। मेले के आयोजन को अभिभावकों द्वारा खूब सराहा गया। सोमवार को मेले के समापन के दिवस लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। मेले की सफलता से चलते जिला कलेक्टर ने 15 अप्रैल से मेले का दोबारा लगाये जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा मेले के दूसरे चरण में जिन पुस्तकों के अभाव के कारण विद्यार्थियों को पूरी किताबें नहीं मिल सकीं हैं उन्हें मुहैया कराया जायेगा। साथ ही जो अभिभावक जानकारी के अभाव या किसी कारणवश मेले में नहीं पहुँच पाए हैं मेले के दूसरे चरण में वो भी इसका लाभ उठा सकेंगें ।
Sagar Watch News/ दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने समापन अवसर पर मेले में पहुंचकर अभिभावकों दुकानदारों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा 15 से 20 अप्रैल को एक बार फिर मेले का आयोजन किया जाएगा। बहुत से अभिभावक एसे हैं जो या तो मेले में नहीं पहुंच सके अथवा पुस्तकों के अभाव से वह पूरी पुस्तक नहीं खरीद सके। इस 15 दिन के गैप में दुकानदार भी सामग्री की कमी है, तो उसे पूर्ण कर लेंगे, व्यवस्थित कर लेंगे तथा एक बार फिर पूरी ऊर्जा के साथ मेले में उतरेंगे।
कलेक्टर श्री कोचर ने कहा इसके अलावा 13 अप्रैल रविवार को एक अनोखा मेला लगाने वाले हैं और यह मेला अभिभावक लगाएंगे जो अभिभावक अपने बच्चों की पुस्तकों को दान करना चाहते हैं। जिन्हें पुरानी पुस्तकों की आवश्यकता है, ऐसे विद्यार्थी और अभिभावकों को हम एमएलबी स्कूल दमोह के इसी परिसर में पूरी सुविधा उपलब्ध कराएंगे ताकि पालक आपस में अपनी विद्यार्थियों की पुस्तकों को निशुल्क दे सके अथवा ले सकें।
जिला कलेक्टर के आदेश पर शहर में लगाये गए तीन दिवसीय स्कूली किताबों का आज अंतिम दिन रहा। पहली बार लगाये गए इस मेले को लेकर विद्यार्थियों और अभिभावकों की ओर से मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आयीं हैं।
मेले के शुरूआती दो दिनों में पुस्तक विक्रेताओं ने मेले में किताबें उपलब्ध करने में ज्यादा रूचि नहीं दिखायी। मेला स्थल पर रखी शिकायत पुस्तिका और मीडिया को दिए गए अभिभावकों के बयानों से यह बात सामने आयी।
शिकायतों को जिला प्रशासन से गंभीरता से लिया। जिला प्रशासन द्वारा सख्ती करने के बाद मेले के आखरी दिन सभी पुस्तक विक्रेताओं ने अपनी निजी दुकाने बंद रख कर मेले में पुस्तकें उपलब्ध कराईं।
हालाँकि अभिभावकगण अभी भी पुस्तक मेले से पूरी तरह से संतुष्ट नजर नहीं आये। अभिभावकों ने कलेक्टर की इस पहल का स्वागत किया लेकिन यह भी कहा की जल्दबाजी में मेले लगाने के चलते पुस्तकें ख़रीदने में कोई ज्यादा फायदा नहीं हुआ सिर्फ कापियों में कुछ विकल्प उन्हें मिल पाए।
अभिभावकों का कहना है कि जिन पुस्तक विक्रेताओं के किताबों को लेकर जिस किसी भी स्कूल से अघोषित अनुबंध हो चुके थे उसके चलते किसी विशेष स्कूल की किताबों का शहर में एक ही विक्रेता बना रहा। उसने मेले में भी नाम मात्र का डिस्काउंट देकर तीन दिन निकाल लिए।
अगर स्कूलों द्वारा मान्य की गयी किताबें और उनके प्रकाशक के नामों की सूची पहले से ही प्रशासन ने सार्वजनिक कर दी होती तो शहर के एक से ज्यादा पुस्तक विक्रेता वो किताबें लेकर आ जाते। तब अभिभावक सर्वाधिक वाजिब दाम पर पुस्तक बेचने वाले से पुस्तक खरीद सकता था। तभी उसके स्कूलों और पुस्तक विक्रेताओं के चर्चित कुख्यात मिलीभगतऔर लूट से बच पाने के ज्यादा आसार बन पाते।
Sagar Watch News/ आम आदमी पार्टी प्रदेश के संगठन मंत्री राम किशोर शिवहरे का कहना है के मप्र की भाजपा सरकार का रवैया तानाशाहपूर्ण होता दिख रहा है। चाहे चाहे पत्रकारों के ऊपर लगातार हो रहे हमलों का मामला हो, चाहे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दुर्व्यवहार का मामला हो या स्थानीय बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आए दिन अनियमितताओं का मामला हो सभी घटनाक्रम सरकार के इसी रवैये की और इशारा करते हैं।
रविवार को प्रदेश आप पार्टी के संघटनमंत्री ने एक निजी होटल में पत्रकारों से औपचारिक चर्चा की। इस मौके पर उनके साथ पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, प्रदेश सचिव इन्द्र विक्रम सिंह , एवं सागर संभाग से आम आदमी पार्टी के सभी 6 जिलों, सागर दमोह टीकमगढ़ निवाड़ी पन्ना छतरपुर के जिला अध्यक्ष भी मौजूद रहे।
उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए बताया की प्रदेश पदाधिकारीयो ने सागर संभाग के संगठन निर्माण एवं आगामी नगरी निकाय चुनाव को लेकर पदाधिकारी, जिला अध्यक्षों एवं कार्यकर्ताओं से वन टू वन चर्चा की है।
पत्रकार वार्ता के बाद पार्टी के संभागस्तरीय कार्यकर्ता सम्मलेन भी आयोजित हुआ। जिसमे पन्ना की जिला अध्यक्ष अंजली यादव ,दमोह जिला अध्यक्ष बृजेश चौबे ,निवाड़ी जिला अध्यक्ष विजय अहिरवार व् सागर के जिला अध्यक्ष डीके सिंह कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए।
कार्यक्रम के संचालक और सागर जिला उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र राजपूत ने मीडिया को बताया कि इस सम्मलेन में प्रदेश पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं से आगामी नगरीय चुनावों को लेकर कामकाज के रणनीति पर विचार किया।
Sagar Watch News/ योग गुरु विष्णु आर्य ने योग शिक्षा और संस्कारों की आवश्यकता पर जोर देते हुए बताया कि बदलती दिनचर्या, गलत खानपान और मोबाइल के अत्यधिक प्रयोग से सभी आयु वर्ग के लोगों में स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ रही हैं। उन्होंने योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की सलाह दी।
योग गुरु ने अपने ये विचार डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर एवं राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संस्थान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन के दूसरे दिन अपने सम्बोधन के दौरान व्यक्त किये।
इसी सिलसिले में डॉ. ज्ञानेश तिवारी ने मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट और उससे निपटने के उपायों पर चर्चा की। इस दौरान मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने मानसिक स्वास्थ्य परामर्श शिविर भी आयोजित किया।
डॉ. रेखा कालिया भारद्वाज ने सकारात्मक सोच के महत्व को समझाया और कहा कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। सही खानपान से स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है।
संयुक्त कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने मनोबल ऊंचा रखने और बच्चों को संस्कारवान बनाने पर जोर दिया। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित सरकारी योजनाओं, चिकित्सा और अधिनियमों की जानकारी दी।
पेंशनर्स एसोसिएशन के जिला प्रमुख हरिओम पाण्डेय ने वरिष्ठ जनों के संगठन की आवश्यकता बताई और कहा कि आपसी विमर्श और सहयोग से मानसिक एवं शारीरिक मजबूती बनाए रखी जा सकती है।
सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. धनसिंह यादव ने कहा कि विकसित भारत के लिए मन का विकास जरूरी है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को समाज का ज्ञान भंडार बताया और सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों, चिकित्सा सुविधाओं और वृद्ध आश्रमों की जानकारी दी।
एडवोकेट वीनू राणा ने वृद्ध जनों से जुड़े कानूनी पहलुओं पर चर्चा की और लोक अदालत तथा बेदखली से संबंधित कानूनों के बारे में जागरूक किया।
अपर जिला मजिस्ट्रेट रुपेश उपाध्याय ने समाज में वरिष्ठ जनों की स्थिति सुधारने और सामाजिक संरचना को नए सिरे से गढ़ने की आवश्यकता बताई। उन्होंने सागर में वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई सरकारी पहलों पर चर्चा की।
समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. एस. पी. व्यास कहा कि मनुष्य को अपनी आवश्यकताओं को पहचानना चाहिए और विज्ञान के माध्यम से जीवन जीने की शैली समझनी चाहिए। उन्होंने सामाजिक जुड़ाव और वृद्धावस्था में अच्छे गुणों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. रेखा भारद्वाज ने परोपकार, आशावाद और आत्मदेखभाल का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जीना, संघर्ष करना और सामुदायिक भागीदारी से सक्रिय रहना आवश्यक है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. रेखा कालिया भारद्वाज और अध्यक्षता प्रो. अर्चना पांडे ने की। कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन संयोजक प्रो. विनोद भारद्वाज ने दिया, और सम्मेलन का प्रतिवेदन डॉ. ऋतु यादव ने प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों ने फीडबैक भी साझा किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारयों सहित सागर शहर एवं आस-पास के गाँवों के वरिष्ठ नागरिकों ने इस आयोजन में अपनी सहभागिता की।
Sagar Watch News/ नगर निगम परिषद का साधारण सम्मेलन निगमाध्यक्ष वृन्दावन अहिरवार की अध्यक्षता में आयोजित हुआ, जिसमें महापौर संगीता तिवारी, विधायक शैलेन्द्र जैन, निगमायुक्त राजकुमार खत्री, पार्षदगण और अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया गया।
बजट का विवरण
✅ आय (Revenue): ₹5 अरब 77 करोड़ 57 लाख 75 हजार
✅ व्यय (Expenditure): ₹5 अरब 78 करोड़ 38 लाख 40 हजार
✅ घाटा (Deficit): ₹80 लाख 65 हजार
मुख्य योजनाएँ और विकास कार्य
🔹 सागर झील एलीवेटेड कॉरिडोर पर सुरक्षा के लिए रेलिंग लगेगी।
🔹 भोपाल बायपास चौराहा का सौंदर्यीकरण होगा (₹6 करोड़)।
🔹 छोटी झील की सफाई एवं सौंदर्यीकरण के लिए (₹10 करोड़)।
🔹 कटरा वार्ड एवं नया बाजार में नई मार्केट का निर्माण होगा।
🔹 नि:शुल्क वाई-फाई सुविधा शहर के सार्वजनिक स्थलों पर मिलेगी।
🔹 गरीब एवं मध्यम वर्ग के लिए 2 नए ऑडिटोरियम बनाए जाएंगे (₹16 करोड़)।
🔹 हॉकर्स जोन बनाकर फुटपाथ व्यापारियों को व्यवस्थित किया जाएगा (₹1 करोड़)।
🔹 मल्टीलेवल पार्किंग की योजना (₹84 करोड़)।
बजट की पूर्ति कैसे होगी?
महापौर ने बताया कि बजट में घाटा जरूर है, लेकिन इसे वाणिज्यिक कॉम्प्लेक्स, संपत्तिकर, जलकर, कचरा प्रबंधन शुल्क, सीवर शुल्क और अन्य करों से पूरा किया जाएगा।
महत्वपूर्ण निर्णय और चर्चाएँ
- 📌 जलकर (Water Tax) बढ़ाने पर रोक: जल आपूर्ति सुचारू न होने तक जलकर नहीं बढ़ाया जाएगा।
- 📌 "एक राष्ट्र, एक चुनाव" प्रस्ताव पारित: बार-बार चुनावों से बचने और धन की बचत के लिए यह समर्थन किया गया।
- 📌 सिविल लाइन चौराहा का नाम बदलकर "भगवान परशुराम चौराहा" रखा जाएगा।
- 📌 पीली कोठी से कगदयाऊ घाटी मार्ग का नाम गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों के नाम पर होगा।
तकनीकी शब्दों के सरल अर्थ
🔹 एलीवेटेड कॉरिडोर – ऊँचा बना हुआ सड़क मार्ग।🔹 हॉकर्स ज़ोन – फुटपाथ दुकानदारों के लिए विशेष क्षेत्र।🔹 सीवर लाइन – गंदे पानी के निकास की पाइपलाइन।🔹 डिजिटलाइजेशन – कागजी प्रक्रिया को डिजिटल (कंप्यूटर आधारित) बनाना।🔹 महाकाल लोक – उज्जैन में स्थित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल, जिसे आदर्श मानकर नया प्रोजेक्ट बनाया जाएगा। (Sagar Watch Explainer)
Sagar Watch News/ निजी स्कूलों द्वारा विशेष दुकानों से महंगी पुस्तकें, यूनिफॉर्म और अन्य शैक्षणिक सामग्री खरीदने के लिए दबाव डालना अनुचित है। यह मध्य प्रदेश निजी विद्यालय अधिनियम 2017 और नियम 2020 का उल्लंघन भी है।छात्र या अभिभावक इन सामग्रियों को खुले बाजार से क्रय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। किसी भी समस्या के लिए उनसे (मोबाइल नंबर 8319212353) पर संपर्क कर सकते हैं।
कलेक्टर संदीप जी आर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी निजी विद्यालय छात्रों या उनके अभिभावकों को किसी विशेष दुकान से पाठ्यपुस्तकें, गणवेश एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री क्रय करने हेतु बाध्य नहीं कर सकता। यदि इस प्रकार की शिकायतें मिलती हैं, तो संबंधित विद्यालयों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा आज 27 मार्च से लेकर 31 मार्च तक स्थानीय एमएलबी स्कूल में एक विशाल पुस्तक मेला लग रहा है, जो प्रात: 11 बजे से शाम 08 बजे तक चलेगा। यह केवल पुस्तक मेला नहीं है।
पुस्तक, स्टेशनरी और यूनिफॉर्म तीनो चीज़ें यहाँ पर मिलेंगी और इसमें बाहर से विक्रेतागण के अलावा प्रकाशक भी आ रहे हैं, इसीलिए सभी से आग्रह है सभी अभिभावक गण, विद्यार्थियों के माता-पिता बड़ी संख्या में मेला स्थल पर आएं और किताबें, कॉपियां कॉम्पिटेटिव दरों पर प्राप्त करें ताकि उनको किसी एक पर्टिकुलर दुकान से कोई चीज़ खरीदने के लिए बाध्य ना होना पड़े। उन्होंने कहा वहाँ से वह सभी सामग्री खरीद सकते हैं, जो उनके बच्चों के पठन पाठन के लिए जरूरी है।
कलेक्टर कोचर ने कहा हर स्कूल के लिए 12 ऑर्डर जारी किए हैं, मतलब यदि वह स्कूल पहली से बारहवीं तक का है तो उसके लिए 12 आदेश, यदि वह पहली से दसवीं तक का है तो उसके लिए 10 आदेश, अलग-अलग कक्षा वार ऑर्डर जारी किए हैं। उसमें किताबें निर्धारित की गई है कि इस क्लास में यह वाली किताब चलेगी और यह जो पूरा निर्धारण स्कूल की सहमति से किया है।
इसका मतलब यह है की स्कूल भी सहमत है, की वह ये किताबें चलाने वाले है। इस बार स्कूल और प्रशासन दोनों ने पहले चर्चा करके और फिर उसके बाद ऑर्डर निकाला है, यह आदेश एक तरफा नहीं निकले हैं, यह चर्चा के बाद ही निकले हैं और स्कूल की सहमति के बाद निकले हैं। इसलिए अब स्कूल भी और कोई किताब नहीं चलाने वाला है।
दमोह कलेक्टर ने जिले के नागरिकों से आग्रह करते हुये कहा इस पुस्तक मेले का आप लाभ लें और किताबें यहीं से लें। इस मेले के बाद एक बार और अप्रैल के महीने में यह मेला लगाएंगे ताकि यदि कोई विद्यार्थी छूट जाते हैं, यदि पुस्तकें, कापियां नहीं ले पाते हैं, तो फिर वह किताबें अप्रैल माह के मेले में भी ले सकते हैं।
इस अवधि में मार्च से लेकर अप्रैल तक किसी भी प्रकार का दबाव अभिभावकों के ऊपर नहीं बनाया जाएगा, स्कूलों के द्वारा, की उनको इतने दिन के भीतर ही खरीदनी है। पूरे महीने में एक बार मार्च के अंत में और एक बार इसी तरह से अप्रैल के अंत में एक और मेला लगाएंगे ताकि विद्यार्थियों के अभिभावकों की पूरी जरूरत इससे पूरी हो जाए और विद्यार्थी व्यवस्थित रूप से पढ़ाई कर सकें।
👉नगर निगम द्वारा अम्बेडकर वार्ड में निर्मित संविधान चौक का लोकार्पण नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा किया गया।
मंत्री विजयवर्गीय ने संविधान चौक को मध्यप्रदेश का पहला ऐसा चौक बताते हुए सागर नगर निगम की सराहना की और इंदौर में भी इसी तरह का चौक बनाने की घोषणा की। उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर के स्मारकों के निर्माण और धारा 370 हटाने के कार्यों का उल्लेख किया।
इस अवसर पर उन्होने विधायक शैलेन्द्र जैन की मांग पर सागर में ई-वाचनालय के लिए 50 लाख रुपए की स्वीकृति सहित अन्य विकास योजनाओं की भी घोषणा की। नगर निगम ने बाबा साहब के विचारों को प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। समारोह में शहर के विकास और नागरिक सुविधाओं को लेकर भी कई मांगें रखी गईं।
इस अवसर पर नगर विधायक शैलेन्द्र जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, महापौर संगीता सुषील तिवारी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.पी. गुप्ता निलंबित
👉संभाग आयुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने छतरपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.पी. गुप्ता को भंडार क्रय नियमों के उल्लंघन और आउटसोर्स कर्मचारियों की अवैधानिक भर्ती के आरोप में निलंबित कर दिया।
डॉ. गुप्ता ने सेडनेप की आड़ में वर्ल्ड क्लास सर्विसेज, इंदौर से मिलीभगत कर नियमों के विपरीत अनुशंसा दी और बिना अनुमोदन के अधिकारियों को प्रभार सौंपा। आयुष्मान योजना (70+ वंदना योजना) में भी लक्ष्य के अनुरूप प्रगति न होने पर कलेक्टर छतरपुर ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा।
उन्होंने सी.एम. हेल्पलाइन पर गलत जानकारी देकर शिकायतों का स्पेशल क्लोजर प्रस्तावित किया। जबाव संतोषजनक न मिलने पर उनके निलंबन की कार्रवाई की गई।