Sagar Watch News/ संविधान हत्या दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन के द्वारा कन्या महाविद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में "संविधान हत्या दिवस" कार्यक्रम में वक्ताओं ने आपातकाल (25 जून 1975) की घटनाओं पर प्रकाश डाला और लोकतंत्र की रक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
मुख्य वक्ता सुनील देव ने 1975 के आपातकाल की घटनाओं को याद करते हुए बताया कि उस समय लाखों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हुआ था। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे उस दौर की किताबें पढ़ें जिससे उन्हें नई ऊर्जा और राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिले। उन्होंने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की बात कही।
डॉ. दिवाकर सिंह राजपूत ने राष्ट्रभक्ति और मातृशक्ति की सेवा को सर्वोपरि बताया। उन्होंने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा को हर नागरिक का प्रथम कर्तव्य बताया और युवाओं को संविधान की जानकारी देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने "ईआरपीए मॉडल" प्रस्तुत किया:
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E – Education (शिक्षा)
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R – Reformation (सुधार)
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P – Participation (भागीदारी)
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A – Awareness (जागरूकता)इस मॉडल के माध्यम से युवाओं में देशप्रेम, संस्कृति और मूल्यों की शिक्षा दी जा सकती है।
डॉ. सर्वेश्वर उपाध्याय ने आपातकाल की संवैधानिक प्रक्रिया की जानकारी दी, जिसमें अनुच्छेद 352 के अंतर्गत राष्ट्रपति की अनुमति और मंत्रिपरिषद की सहमति आवश्यक होती है। उन्होंने बताया कि आपातकाल में मीडिया की स्वतंत्रता छीन ली गई थी, समाचार पत्रों पर प्रतिबंध और बिजली आपूर्ति में कटौती की गई थी।
इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को आपातकाल के इतिहास से परिचित कराना और लोकतंत्र एवं संविधान की रक्षा के लिए उन्हें सजग करना था।
जन भागीदारी अध्यक्ष मनीषा विनय मिश्रा ने कहा कि आपातकाल का दिन भारत के इतिहास में काल दिन के रूप में पहचान स्थापित की है हमें इसको हटाना होगा। उन्होंने कहा कि आपातकाल न केवल संविधान बल्कि भारत वासियों के मौलिक अधिकारों का पूर्णत हनन था।
डॉ अमर जैन ने कहा कि संविधान हत्या दिवस के अवसर पर विस्तार से जानकारी दी और कार्यक्रम के संबंध में संक्षिप्त का प्रस्तुत की एवं लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।
इस अवसर पर महाविद्यालय के,विनय मिश्रा, डॉ. दिवाकर राजपूत, डॉ. सर्वेश्वर उपाध्याय, डॉ. अमर जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक के वी, अपर कलेक्टर रुपेश उपाध्यक्ष, संयुक्त कलेक्टर देवेंद्र प्रताप सिंह, सचिन मसीह, संस्था के प्राचार्य डॉ आनंद तिवारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, महाविद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राएं मौजूद थे।