Sagar Watch News/ प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, हमारी नारी शक्ति का शौर्य है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सीमाओं के पार जाकर दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया। बीएसएफ की बेटियों ने सीमा पर अद्भुत शौर्य दिखाया। उन्होंने कहा कि भारत अब किसी भी आतंकी कार्रवाई का जवाब गोले से देगा, और जो भी आतंकियों का साथ देगा, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह विचार लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर भोपाल के जम्बूरी मैदान में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किये ।
उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई राष्ट्र निर्माण में नारी शक्ति के योगदान की जीवंत प्रतीक हैं। उनके कथन – "जो कुछ भी हमें मिला है वह जनता द्वारा दिया गया ऋण है" – को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार इसी मूल भावना पर आधारित "नागरिक देवो भवः" मंत्र के साथ कार्य कर रही है।
विकास योजनाओं में महिलाओं की प्रमुख भूमिका
घर, जल, गैस और शिक्षा में महिला केंद्रित योजनाओं पर बल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वूमेन-लेड डेवलपमेंट आज भारत की विकास यात्रा की धुरी है। उन्होंने बताया कि अब तक देश में 4 करोड़ घर बनाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश घर महिलाओं के नाम पर हैं। सरकार हर घर नल से जल, बिजली, उज्जवला गैस, और अन्य सुविधाएं पहुंचा रही है ताकि माताएं और बेटियां आत्मनिर्भर बनें और शिक्षा की ओर अग्रसर हों।
महिलाओं की आर्थिक, तकनीकी और सामाजिक भागीदारी बढ़ी
जनधन, मुद्रा, स्टार्टअप और रक्षा क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 करोड़ महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़ चुकी हैं और 1.5 करोड़ बहनें ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं। उन्होंने बताया कि बेटियां अब डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट बन रही हैं, और स्टार्टअप में 45% नेतृत्व महिलाओं के पास है। रक्षा और वित्त मंत्रालय जैसे शीर्ष पदों पर महिलाओं की नियुक्ति सरकार की नारी शक्ति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एनडीए में महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है और बेटियां युद्धपोत व लड़ाकू विमान संभाल रही हैं।
आपरेशन सिंदूर: नारी शक्ति का पराक्रम
आतंकवाद पर करारा प्रहार और महिला वीरता का उदाहरण
लोकमाता अहिल्याबाई की विरासत और प्रेरणाजल संरक्षण, समाज सुधार, कृषि और उद्यम में दूरदृष्टि
प्रधानमंत्री ने बताया कि देवी अहिल्याबाई ने जल संरक्षण, किसानों के लिए फसल विविधीकरण, उद्योग, और मंदिरों के संरक्षण जैसे क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य किए। उन्होंने बाल विवाह रोकने और समाज सुधारकों को समर्थन देने के भी प्रयास किए। महेश्वरी साड़ी उद्योग को बढ़ावा देना और महिलाओं की ग्राम सुरक्षा टोलियों का गठन उनकी दूरदर्शिता का उदाहरण है।
संस्कृति, धर्म और राष्ट्र सेवा में योगदान
काशी विश्वनाथ मंदिर सहित देशभर में मंदिरों का पुनर्निर्माण
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा था, तब अहिल्याबाई ने धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार किया। उन्होंने काशी विश्वनाथ समेत अनेक मंदिरों का निर्माण कराया। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा की और आज भी उनकी मूर्तियां सेवा की प्रेरणा देती हैं।
विकास परियोजनाओं की सौगात
मेट्रो, हवाई अड्डे, ग्राम सेवा सदन और डाक टिकट का लोकार्पण
प्रधानमंत्री ने इंदौर मेट्रो, दतिया-सतना एयरपोर्ट का शुभारंभ किया और 300 रुपये का सिक्का व डाक टिकट जारी किया। साथ ही 1271 अटल ग्राम सेवा सदनों के लिए 483 करोड़ रुपए की पहली किस्त का वर्चुअल अंतरण किया गया।
महिलाओं का आत्मीय स्वागत और प्रदेश की गौरवगाथा
महिला प्रतिनिधियों, कलाकारों और खिलाड़ियों का सम्मान
प्रधानमंत्री का स्वागत प्रदेश की चार महिलाओं – ज्ञानेश्वरी देवी, प्राची यादव, आरती पटेल और मीनाक्षी ठाकले – ने किया। डॉ. जयमती कश्यप को देवी अहिल्या राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए अहिल्याबाई के सुशासन को भारत का आदर्श बताया।
देश की सामर्थ्यशाली महिलाएं, समृद्ध भारत की आधारशिलानारी शक्ति वंदन अधिनियम से नई राह
प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देता है। यह सिर्फ एक कानून नहीं, बल्कि महिलाओं की भागीदारी को सशक्त करने की ऐतिहासिक पहल है। आज भारत की महिलाएं हर क्षेत्र में राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।